Surprise Me!

उसकी गुलामी ही तुम्हारी आज़ादी है || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2014)

2019-11-29 0 Dailymotion

वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />७ मई २०१४,<br />अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा<br /><br />दोहा:<br />भक्ति जु सीढ़ी मुक्ति की, चढ़े भक्त हरषाय |<br />और न कोई चढ़ि सके, निज मन समझो आय || (संत कबीर)<br /><br />प्रसंग:<br />कबीर साहब का भक्ति को मुक्ति की सीढ़ी कहने से क्या तात्पर्य है?<br />भक्त का हृदय कैसा होता है?<br />भक्ति मन को समझने में किस प्रकार सहायक है?

Buy Now on CodeCanyon